शालिनी श्रीनेत
माता पिता की सरकारी नौकरी है। घर में किसी बात की कोई दिक्कत नहीं है पर खुद को सशक्त बिजनेस वूमन बनाने की चाह में गोरखपुर शहर की एक लड़की ने अपना करियर चाय के स्टाल से शुरू किया है। इस लड़की का नाम है अवनी। बहुत कम खर्चे में तैयार हुआ है उसका ये स्टाल। इस स्टॉल का नाम है टी-वर्स। अवनी दिन हर रोज 2500 से 3000 रूपये तक कमा कर रही हैं। साथ ही दो और और लोगों को रोजगार दिया है।
अवनी मास्क और कैप नहीं उतारती हैं। बहुत से लोगों ने इंटरव्यू लिया मगर उन्होंने मास्क नहीं उतारा पर मेरा रंग को इंटरव्यू देते समय मेरे आग्रह पर उन्होंने पहली बार बिना मास्क के इंटरव्यू दिया। अवनी का बहुत थोड़ा सा चेहरा दिखता है। उनका कहना है, “काम अच्छा करना है। चेहरे से क्या लेना-देना। मैं मास्क लगाकर ही काम करूंगी।”
प्रस्तुत है मेरा रंग की फॉउंडर शालिनी श्रीनेत के साथ अवनी की बातचीत।
चाय का ठेला लगाने का विचार कैसे आया? आप बीएससी कर रही हैं किसी सरकारी या कॉरपोरेट जॉब की तैयारी भी कर सकती थीं?
अवनीः यह मेरा स्टार्टअप था। इसी लिए मैंने बेसिक से स्टार्ट किया। मेरे यहां बिजनेस में कोई नहीं है, तो इसलिए मैंने बेसिक से स्टार्ट किया। चीजें सीखने को मिलेंगी और सीखा भी और मुझे डील करने भी आ जाएगा।
आपको लगता है कि आप एक टैबू तोड़ रही हैं? क्योंकि चाय की दुकानों पर तो अक्सर लड़के होते हैं, हम जाकर कहते हैं छोटू या भैया चाय दे दो, आपसे किस तरह चाय मांगी जाती है?
अवनीः ये बहुत बड़ा टैबू है, पूर्वांचल में ही नहीं पूरे इंडिया में। यहां डिवीजन है कि ये काम लड़की करेगी और ये काम लड़का करेगा। मुझे लगता है कि इसके बाद और लड़कियां भी इस तरह के कामों में आएंगी। हां, ये सच है कि दुकानों पर लड़के होते हैं, और लोग छोटू या भैया कहकर चाय मांगते हैं पर हमारी दुकान पर मै’म कहकर चाय मांगते हैं।
जहां आप ठेला लगा रही है वहां पहले से ही कुछ पुरुष लगा रहे हैं उनको कोई ऐतराज नहीं हुआ?
अवनीः जी शुरू के एक दो दिन मुझ लगा कि उनको खराब लगा पर अब सब सामान्य है।
क्या घर वाले सहजता से इस काम के लिए तैयार हो गए?
अवनीः नहीं उनको भी लगता था कि ये काम ठीक नहीं है। पढ़ाई कर रही हूँ तो पहले पढ़ाई ही करूं। उनको भी खूब समझाना पड़ा फिर मान गए। अब हमारे घर का पूरा सहयोग है।
क्या किसी ने ऐसा कहा कि लड़की हैं तो उनके चाय की बिक्री ज्यादा होगी टाइप?
अवनीः जी, भारतीय मानसिकता है कि लड़की है सुंदर है तो लोग देखकर आएंगे। इसलिए मैंने पहले दिन से ही मास्क और कैप लगाकर काम करना शुरू किया।
चाय के अलावा कुछ और खाने-पीने की चीजें रखी हैं आपने?
अवनीः हां, बन और मक्खन।
एक दिन में लगभग कितने की बिक्री हो जा रही है?
अवनीः एक दिन में ढाई से तीन हजार तक की बिक्री हो जाती है। अभी तो कुछ ही दिन हुए शुरू किए। जैसे-जैसे लोगों को पता चलेगा, वैसे-वैसे बिक्री भी बढ़ेगी ही।
आपके साथ एक लड़की हैं वो क्या करती हैं? आप उनको कितनी सैलरी देती हैं?
अवनीः वो हमारा सहयोग करती हैं, हम दोनों मिलकर संभालते हैं। उनके अलावा एक लड़का भी है। उन्हें आठ हजार सैलरी देती हूँ।
आगे क्या प्लान है?
अवनीः तीन और जगहों पर स्टॉल लगाने का सोच रही हूँ, उसकी भी तैयारी चल रही है।
अवनी अपना करियर स्टार्टअप में ही बनाना चाहती हैं। वे खुश हैं कि वो अपने काम से कुछ और लोगों को भी रोजगार दे पा रही हैं।